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हसदेव तट पर विराजित आराध्या देवी |
कोरबा, 20 सितम्बर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़) जिले में स्थित हसदेव नदी के तट पर स्थित मां सर्वमंगला मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है। मां सर्वमंगला अपने भक्तों का कल्याण करती हैं। यही वजह है कि प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी भक्त यहां की आस्था से जुड़े हुए हैं।
124 साल पुराना मंदिर:
मान्यता है कि सर्वमंगला मंदिर करीब 124 साल पुराना है। कोरबा वासियों सहित असंख्य भक्तों की गहरी श्रद्धा इस मंदिर से जुड़ी हुई है। नवरात्रि के पावन अवसर पर मंदिर का महत्व और भी बढ़ जाता है।
नवरात्रि की तैयारी पूरी:
22 सितंबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि पर्व के लिए सर्वमंगला मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर में रंग-रोगन किया गया है और रंग-बिरंगी लाइटों से माता का दरबार जगमगा रहा है। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, शौचालय और धूप से बचाव हेतु सेड्स की व्यवस्था की है।
मनोकामना ज्योति कलश में उमंग:
नवरात्रि पर मंदिर में भक्त मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराते हैं। इस वर्ष अब तक 7500 रसीदें कट चुकी हैं। इसमें 3500 तेल ज्योति और 4000 घृत ज्योति कलश शामिल हैं। खास बात यह है कि अमेरिका और नीदरलैंड से भी भक्तों ने अपनी आस्था प्रकट करते हुए रसीद कटवाई है।
मेला जैसा माहौल:
नवरात्रि के दौरान मंदिर परिसर में सैकड़ों दुकानें सज जाती हैं। खासकर पूजा सामग्री की दुकानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। पूरे पर्व में मेले जैसा वातावरण निर्मित होता है। भोग और भंडारे का भी आयोजन होता है।
लाखों श्रद्धालु होंगे शामिल:
अनुमान है कि इस बार भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां सर्वमंगला के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि मां से सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य पूरी होती है।