रायपुर, 20 सितम्बर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। राजधानी रायपुर में राज्य GST विभाग ने GST एनालिटिक्स एंड इंटेलिजेंस नेटवर्क और GST प्राइम पोर्टल की मदद से बोगस फर्मों और फर्जी बिल बनाने वाले बड़े सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है।
मास्टरमाइंड बना कर सलाहकार फरहान:
इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड मोहम्मद फरहान सोरठिया है, जो GST के कर सलाहकार के रूप में काम करता था। विभाग की BIU टीम पिछले एक महीने से इसकी निगरानी कर रही थी।
26 फर्जी फर्मों से 822 करोड़ के ई-वे बिल:
फरहान के ऑफिस की जांच 12 सितंबर को हुई, जहां से 172 फर्मों से जुड़े दस्तावेज़ मिले। केवल 26 फर्जी फर्मों से ही 822 करोड़ रुपये के ई-वे बिल बनाए गए, जबकि रिटर्न में मात्र 106 करोड़ का टर्नओवर दिखाया गया। प्रारंभिक जांच में सिर्फ इन फर्मों से ही करीब 100 करोड़ रुपये के GST नुकसान का अनुमान है।
बोगस डॉक्यूमेंट्स और स्टाफ की भूमिका:
फरहान ने अपने पांच कर्मचारियों को फर्म पंजीयन, रिटर्न फाइलिंग और ई-वे बिल तैयार करने के काम में लगाया था। इसके अलावा ऑफिस से किरायानामा, सहमति पत्र और एफिडेविट जैसे फर्जी दस्तावेज़ भी मिले हैं।
सर्च में मिले कैश और सोना:
17 सितंबर को फरहान के चाचा मोहम्मद अब्दुल लतीफ सोरठिया के घर पर छापे में अधिकारियों को 1 करोड़ 64 लाख रुपये नकद और 400 ग्राम सोना (4 बिस्किट) बरामद हुआ। इसे जब्त कर आयकर विभाग को जानकारी दे दी गई है।
कई ब्रोकर और कंपनियां जांच के घेरे में:
इस फर्जीवाड़े में कई ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और ITC का फायदा उठाने वाली कंपनियों की संलिप्तता सामने आई है। विभाग इस मामले की गहन जांच कर रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।