चार दशक बाद माओवादी शीर्ष नेता की स्वीकारोक्ति — भूपति बोले, हथियार उठाना सबसे बड़ी भूल


 


बस्तर संभाग, 19 सितम्बर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)।माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य मल्लोजुला वेणुगोपाल (उर्फ अभय/भूपति) ने एक व्यक्तिगत पत्र जारी कर स्वीकार किया है कि सशस्त्र संघर्ष अपनाना सबसे बड़ी भूल थी और उसने जनता से माफी मांगी है। यह पिछले चार दशकों में किसी शीर्ष माओवादी नेता का खुला पश्चाताप माना जा रहा है।


पत्र में भूपति ने कहा है कि 40 वर्षों के सशस्त्र आंदोलन ने आदिवासी क्षेत्रों को विकास और शांति से दूर कर दिया; हजारों निर्दोष ग्रामीण, महिलाएं और बच्चे हिंसा के शिकार बने। उसने बताया कि कथित क्रांति के नाम पर जनता को भय, निराशा और विनाश ही मिला और अन्य माओवादियों से आग्रह किया कि वे हिंसक विचारधारा छोड़कर लोकतांत्रिक मार्ग अपनाएँ।


दो दिन पहले संगठन के ऑफ़िशियल लेटरहेड पर प्रवक्ता 'अभय' के नाम से जारी किए गए पत्र में भूपति ने हथियार छोड़ने और शांति वार्ता की पेशकश भी की है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह पत्र संगठन में कमी और टूट का संकेत हो सकता है; पत्र की प्रामाणिकता मिलने पर ही आगे का कदम तय किया जाएगा।


पारिवारिक पृष्ठभूमि और हालिया घटनाएँ:

69 वर्षीय भूपति तेलंगाना के करीमनगर ज़िले के पेद्दापल्ली के रहने वाले हैं। उनके बड़े भाई किशनजी 2011 में मुठभेड़ में मारे गए थे। भूपति की पत्नी तारक्का पिछले वर्ष महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण कर चुकी हैं और उनकी भाभी सुजाता (एक करोड़ रुपये इनामधारी) ने भी हाल ही में समर्पण किया है।


सुरक्षा बलों की कार्रवाई:

सकल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने भी हाल में कड़ी कार्रवाई की — सुकमा में पांच लाख रुपये के इनामी महिला माओवादी बुस्की नुप्पो मुठभेड़ में मारी गईं। बीजापुर मुठभेड़ में दो माओवादी (सात लाख रुपये के इनामी) ढेर हुए — उनकी पहचान रघु हपका (पांच लाख इनाम) व सुक्कु हेमला (दो लाख इनाम) के रूप में हुई, जो हाल की शिक्षादूत हत्याओं में शामिल बताए जा रहे हैं। कांकेर में पुलिस ने वांछित माओवादियों के पोस्टर भी लगाए हैं ताकि स्थानीय सहयोग से उनकी गिरफ्तारी हो सके।


सरकार की प्रतिक्रिया:

छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि यदि पत्र संगठनात्मक तौर पर प्रमाणित होता है तो उस आधार पर फैसला लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि माओवादी हथियार डालना चाहते हैं तो पहले लोगों की हत्याएं बंद करें और जंगलों में लगाए गए IED हटा दें।