कोरबा पहुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य, मानस मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा पर दी रामकथा – धर्मांतरण व हिंदू राष्ट्र पर दिया बड़ा बयान

 



कोरबा,26 सितम्बर 2025 ( नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। जिले के प्रवास पर आए प्रसिद्ध संत जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भवानी मंदिर परिसर के पास बने नवनिर्मित मानस मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर रामकथा का आयोजन किया। गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने धर्म और राष्ट्र से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी।

उन्होंने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का तेजी से उन्मूलन हो रहा है, उसी प्रकार धर्मांतरण की समस्या भी शीघ्र समाप्त होगी। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि भारत देर-सबेर अवश्य ही हिंदू राष्ट्र बनेगा। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय उन्होंने नेताओं की बजाय संतों को दिया।


जगद्गुरु ने अपनी आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने का सौभाग्य केवल उन्हें मिला है, इसलिए यदि कोई ईर्ष्या करता है तो वे कुछ नहीं कर सकते – “हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार” कहकर उन्होंने यह संदेश दिया।

उन्होंने युवा संत आचार्य धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर धाम) की सराहना करते हुए उन्हें अपना शिष्य बताया और कहा कि वे सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।

आगे उन्होंने बताया कि चित्रकूट में वैदिक गुरुकुल की स्थापना की जा रही है, जिसका उद्घाटन रामनवमी पर होगा और इसकी सुविधा ऑनलाइन माध्यम से पूरे देश को उपलब्ध होगी। छत्तीसगढ़ में भी वे वैदिक गुरुकुल स्थापित करने की इच्छा रखते हैं।

जगद्गुरु ने घोषणा की कि भवानी मंदिर के निकट स्थित जोगिया डेरा क्षेत्र को अब “कौशल्या धाम” के नाम से जाना जाएगा। वहीं नव-निर्मित मानस मंदिर को उन्होंने भव्य और दिव्य बताते हुए कहा कि इसका प्रेरणास्रोत भवानी मंदिर की ज्योति रही है।