पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष बनवारीलाल अग्रवाल की 27 अक्टूबर को श्रद्धांजलि सभा, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित कई वरिष्ठ नेता होंगे शामिल

 


कोरबा 26 अक्टूबर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष, कटघोरा के पूर्व विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय बनवारीलाल अग्रवाल की बारहवीं एवं पगड़ी रस्म कार्यक्रम का आयोजन 27 अक्टूबर को किया जाएगा।

यह श्रद्धांजलि सभा दोपहर 4 बजे अग्रसेन भवन, कोरबा में संपन्न होगी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल सहित भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आम नागरिक उपस्थिति देकर अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

भाजपा जिला कोरबा ने सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों एवं नागरिकों से अपील की है कि वे इस श्रद्धांजलि सभा में शामिल होकर श्रद्धेय अग्रवाल जी के प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करें। स्वर्गीय अग्रवाल का निधन 15 अक्टूबर 2025 को हुआ था। वे लंबे समय तक सक्रिय जनसेवक, कुशल संगठनकर्ता और पार्टी के मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते थे। उनका जीवन समर्पण, सेवा और संगठन का प्रेरणास्रोत रहा है।

स्वर्गीय बनवारीलाल अग्रवाल : एक प्रेरणादायी जनसेवक की जीवन यात्रा

स्वर्गीय बनवारीलाल अग्रवाल का जन्म 1 मई 1947 को कोरबा जिले के ग्राम जपेली में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा के उपरांत उन्होंने रायपुर विश्वविद्यालय से एम.एससी., बी.एड. और एलएलबी की डिग्रियाँ प्राप्त कीं तथा वकालत को अपना पेशा बनाया। वे समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए निरंतर कार्यरत रहे।

छात्र जीवन से जुड़ाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से:

छात्र जीवन से ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे। संगठन, समाज और शिक्षा के प्रति समर्पण को उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य बनाया। उन्होंने शिक्षक के रूप में छत्तीसगढ़ उच्चतर माध्यमिक शाला, बिलासपुर और सावन पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली में अपनी सेवाएं दीं।

जनसंघ काल से आरंभ हुई राजनीतिक यात्रा:

उनकी राजनीतिक यात्रा जनसंघ काल से प्रारंभ हुई। 1990 के दशक में वे बिलासपुर भाजपा कमेटी के संगठन महामंत्री बने। इसके बाद वे कोरबा विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साड़ा) के अध्यक्ष रहे।1993 में वे पहली बार कटघोरा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए तथा 1998 में पुनः विधायक बने। विधानसभा कार्यकाल के दौरान उन्होंने लोकलेखा समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति, आवास समिति और कार्य मंत्रणा समिति सहित कई महत्वपूर्ण समितियों में सक्रिय भूमिका निभाई। बाद में वे छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष भी बने।

सादा जीवन, उच्च विचार के प्रतीक:

श्री अग्रवाल भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं अनुशासन समिति के सदस्य भी रहे। वे अपनी सादगी, ईमानदारी और जनसेवा भावना के लिए विख्यात थे। उन्होंने गरीबों, मजदूरों और किसानों के हितों की हमेशा आवाज बुलंद की। वे लंबे समय तक राज्य आपदा प्रबंधन समिति और भाजपा प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भी रहे।राजनीति के साथ-साथ उन्होंने शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया। वे सरस्वती शिशु मंदिर के संस्थापक सदस्य होने के साथ-साथ रोटरी क्लब और लायंस क्लब से भी सक्रिय रूप से जुड़े रहे।