रायपुर/बिलासपुर 26 अक्टूबर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रतनलाल डांगी पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप के मामले में अब नया ट्विस्ट सामने आया है। दरअसल, जिस महिला ने डांगी पर आरोप लगाए थे, अब उसी के परिवार के सदस्य उसके खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। महिला की बड़ी बहन और जीजा ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उनकी बहन के लगाए गए सभी आरोप निराधार और झूठे हैं।
पहले भी पिता और पति पर लगाए थे झूठे आरोप:
महिला की बड़ी बहन ने बताया कि उनकी छोटी बहन का व्यवहार लंबे समय से विवादित रहा है। उन्होंने कहा, “वह पहले हमारे पिता और मेरे पति पर भी झूठे आरोप लगाकर परिवार की छवि धूमिल करने की कोशिश कर चुकी है।” परिवार का यह भी कहना है कि महिला कई बार धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग जैसे मामलों में भी लिप्त रही है।
“ईमानदार अधिकारी को फंसाने की कोशिश” – जीजा का बयान:
आरोप लगाने वाली महिला के जीजा ने कहा कि उनकी साली एक ईमानदार अधिकारी को फंसाने की साजिश रच रही है। उन्होंने बताया, “वह पहले भी पैसों के लिए परिवार पर झूठे आरोप लगाती रही है और अब आईपीएस रतनलाल डांगी को निशाना बना रही है।” उनके मुताबिक, महिला के खिलाफ पहले से कई शिकायतें दर्ज हैं, जिनकी जांच इस मामले से जोड़ी जा सकती है।
“ब्लैकमेल की कोशिश की गई” – रतनलाल डांगी:
वहीं, अपने बचाव में आईपीएस रतनलाल डांगी ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए डीजीपी को शिकायत दी है। डांगी का कहना है कि महिला उन्हें ब्लैकमेल कर बदनाम करने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने बताया कि महिला ने उन्हें जहर देने की धमकी दी थी और वीडियो कॉल के ज़रिए निगरानी रखने की बात कही थी।
आईजी आनंद छाबड़ा को मिली जांच की जिम्मेदारी:
इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने जांच की जिम्मेदारी आईजी आनंद छाबड़ा को सौंपी है। जांच दल में डीआईजी मिलना कुर्रे सहित महिला अधिकारियों को भी शामिल किया गया है, ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके। प्रक्रिया के तहत पहले शिकायतकर्ता महिला का बयान दर्ज किया जाएगा, उसके बाद आईपीएस रतनलाल डांगी से पूछताछ होगी। इसी जांच के बाद सच्चाई सामने आ पाएगी।
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