👉 फ़ूड प्रोसेसिंग उद्योग स्थापित कर हर माह प्राप्त कर रहे एक लाख रुपए का आय
👉 नहीं मानी हार प्रारंभ किया स्वयं का स्वरोजगार
सक्ती, 22 दिसम्बर 2025 (नवचेतना न्यूज छत्तीसगढ़)। उचित मार्गदर्शन एवं संसाधनों के अभाव में युवा वर्ग प्रायः व्यवसाय की ओर कम अग्रसर हो पाते है। कई बार निराशा और हताशा भी उन्हें आगे बढ़ने से रोक देती है, लेकिन कुछ युवा ऐसे भी होते हैं जो कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते और अपने दृढ़ संकल्प से सफलता की नई मिसाल कायम करते हैं। ऐसे ही प्रेरणास्रोत व्यक्तित्व हैं जिला सक्ती अंतर्गत विकासखंड सक्ती के ग्राम जुनवानी निवासी श्री उपेश कुमार सिदार। श्री उपेश कुमार सिदार पीएम रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना अंतर्गत अपना फूड प्रोसेसिंग उद्योग स्थापित कर प्रति माह एक लाख रुपए कमा रहे हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे श्री सिदार के परिवार में कुल पाँच सदस्य हैं, जिनमें उनके माता-पिता एवं दो छोटे भाई शामिल हैं। उनके पिता एसईसीएल से सेवानिवृत्त हैं, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
उपेश कुमार सिदार ने वाणिज्य विषय में स्नातकोत्तर तक की शिक्षा प्राप्त की। शिक्षा के दौरान ही उनके मन में स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने का विचार उत्पन्न हुआ, किंतु आर्थिक संसाधनों की कमी एक बड़ी चुनौती थी। इसी बीच उन्हें जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, सक्ती के माध्यम से संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना की जानकारी मिली, जिसमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के स्वरोजगार के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी एकत्र कर जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सहयोग से राइस पफ्ड (फूड प्रोसेसिंग उद्योग) स्थापित करने हेतु परियोजना प्रस्ताव तैयार किया। इस परियोजना की कुल लागत 30 लाख 42 हजार 105 रुपए प्रकरण तैयार कर बैंक ऑफ बड़ौदा, सक्ती में प्रस्तुत किया गया। बैंक द्वारा परियोजना का परीक्षण कर 28 लाख 90 हजार रुपए का ऋण स्वीकृत एवं वितरित किया गया तथा योजना अंतर्गत 10,64,737 रुपए का अनुदान भी प्रदान किया गया। निरंतर परिश्रम, अनुशासन और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता के कारण श्री सिदार का व्यवसाय धीरे-धीरे सफलता की ओर बढ़ता गया। आज श्री उपेश कुमार सिदार ने तहसील सक्ती अंतर्गत ग्राम डड़ई में अपना उद्योग सफलतापूर्वक स्थापित कर लिया है, जिससे 09 अन्य स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में श्री उपेश कुमार सिदार को प्रतिमाह लगभग एक लाख रुपए की आय हो रही है, जिससे वे न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

