कोरबा, 10 सितम्बर (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़) जिले के कटघोरा वन मंडल के घने जंगलों में हाथियों का बसेरा हमेशा से केंद्र रहा है। अब इन जंगलों से एक सुखद और उत्साहजनक खबर सामने आई है। केंदई रेंज के कोरबी चोटिया सर्किल के अंतर्गत सखोदा बीट जंगल में 26 हाथियों के झुंड में शामिल एक मादा हथिनी ने स्वस्थ शिशु हाथी को जन्म दिया है। इस नन्हे मेहमान के आगमन से जंगल में हाथियों की कुल संख्या बढ़कर 67 हो गई है।
अधिकारियों की सतर्कता और दौरा:
हाथी के बच्चे के जन्म की सूचना मिलते ही वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी बढ़ा दी है। डीएफओ (डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) कुमार निशांत स्वयं गांव सखोदा पहुंचे और नवजात शावक एवं उसकी मां की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों और वन अमले को निर्देश दिया कि जंगल के इस हिस्से में हर समय चौकसी बरती जाए, ताकि हथिनी और उसके नवजात शावक को किसी भी तरह का खतरा न हो।
डीएफओ ने कहा, “यह हमारे वन मंडल के लिए गर्व और खुशी की बात है। हाथियों का सुरक्षित प्रजनन यह दर्शाता है कि जंगल का प्राकृतिक वातावरण इनके लिए अनुकूल है। हमने पूरे इलाके में चौकसी और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।”
वनकर्मियों को मिले कड़े निर्देश:
इस मौके पर परिक्षेत्र सहायक सुनील दीक्षित के साथ पंकज खैरवार और प्रीतम पुराइन समेत अन्य वनकर्मी भी मौके पर मौजूद थे। अधिकारियों ने सभी कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। हाथियों के दल की निगरानी के लिए अतिरिक्त टीमों को भी तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
सुनील दीक्षित ने बताया, “9 सितंबर, मंगलवार को सखोदा जंगल में हथिनी ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। मौके से शावक का ‘आंवर’ (जन्म के समय का झिल्लीदार आवरण) भी बरामद किया गया है। वर्तमान में मां और बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं और हाथियों का पूरा दल उनके आसपास रहकर सुरक्षा का घेरा बनाए हुए है।”
कटघोरा वन मंडल के जंगल छत्तीसगढ़ के उन क्षेत्रों में शामिल हैं जहां हाथियों की बड़ी संख्या निवास करती है। यहां के घने जंगल, जल स्रोत और प्राकृतिक आवास इन्हें आकर्षित करते हैं। वर्तमान में वन मंडल में 66 हाथियों का दल विचरण कर रहा था, जिसमें इस नवजात शावक के जुड़ने के बाद अब हाथियों की संख्या 67 हो गई है।