कोरबा 26 सितंबर 2025 (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री नेहरू राम निषाद की अध्यक्षता में कोरबा में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। श्री निषाद ने अधिकारियों से जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण हेतु संचालित केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और योजनाओं का धरातल पर बेहतर क्रियान्वयन कर समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुचाने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री अजीत वसंत, निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेश नाग, सहायक कलेक्टर श्री क्षितिज गुरभेले, अपर कलेक्टर श्री देवेंद्र पटेल, सचिव राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग श्री संकल्प साहू, सहायक अनुसंधान अधिकारी श्रीमती अनिता डेकाटे, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग श्री श्रीकांत कसेर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में अध्यक्ष श्री निषाद ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शिता के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन की दिशा में सतत आगे बढ़ रही है। योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन हेतु हम सभी संवाहक के रूप में कार्य करते है। इस हेतु हम सभी को लक्ष्यपूर्ति के लिए योजना बनाकर मेहनत करना है। 2047 तक भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विश्व मानचित्र में अंकित करना है।
उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देशित किया कि जागरूकता के अभाव में वंचित रह रहे पात्र हितग्राहियों को योजनाओं से जोड़ने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए। तकनीकी कारणों या त्रुटिवश लाभ प्राप्त करने में आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए प्रभावी प्रयास करने की बात कही।
बैठक में श्री निषाद ने कहा कि विकास के चार स्तम्भ गरीब, किसान, महिला एवं युवा वर्ग को योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु सभी विभागीय अधिकारी कार्य करें। इनके आर्थिक विकास से ही देश मजबूत होगा। इस हेतु लोगों में जागरूकता लाकर उन्हें योजना का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करें। बेहतर कोरबा व छत्तीसगढ़ बनाने के लिए जिले की दक्षता को बढ़ाना सुनिश्चित करें। शिक्षा, पशुपालन, मत्स्य पालन, रेशम, श्रम, आदिवासी विकास जैसे सभी विभागों में अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित है, इनका लाभ वर्ग के पात्र लोगों को गम्भीरता से पहुचाएं। कौशल उन्नयन योजना से युवाओं को हुनर सीखाकर रोजगार से जोड़े। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप सभी अपने विभागों में पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए नवाचार की दिशा में कार्य करें।
श्री निषाद ने वर्तनीगत त्रुटि के कारण जाति प्रमाणपत्र से वंचित ऐसे पात्र लोगों के परेशानी का निराकरण कर जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान करने के लिए कहा। साथ ही अन्य पिछड़े वर्ग के क्रिमीलेयर निर्धारण हेतु शासन द्वारा जारी निर्देशो का पूर्ण जानकारी रखकर लोगों को लाभ पहुचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान अध्यक्ष श्री निषाद ने कहा कि महतारी वंदना योजना के तहत सभी पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ दिलाएं। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इसके कोई पात्र हितग्राही वंचित न हो। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने और इसके लाभों के बारे में व्यापक जागरूकता लाने को कहा।
कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान अध्यक्ष श्री निषाद ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों के लिए संचालित सभी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ प्रत्येक पात्र किसान तक अवश्य पहुँचे। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों से सीधे संवाद स्थापित कर उन्हें योजनाओं एवं कार्यक्रमों के महत्व की जानकारी दें, ताकि कोई भी पात्र किसान लाभ से वंचित न रह सके। श्रम विभाग की समीक्षा में उन्होंने श्रमिकों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी ली और कहा कि इनका शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसा करने से जिले में पलायन की समस्या को काफी हद तक रोका जा सकता है। शिक्षा विभाग की समीक्षा में अध्यक्ष श्री निषाद ने पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को सभी योजनाओं से लाभान्वित करने पर बल दिया। उन्होंने निःशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण की प्रगति की जानकारी ली और इसे समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
रेशम विभाग के तहत रेशम टसर उत्पादन को बढ़ाने, संग्रहण की व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के हितग्राहियों को टसर उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। मत्स्य विभाग की समीक्षा में उन्होंने मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन रोजगार का एक बड़ा साधन है, जिससे आमजन की आजीविका मजबूत होने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलती है। उन्होंने अधिकारियों से मत्स्य सहकारी समितियों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने और सामूहिक उत्पादन व विपणन को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पशु पालन विभाग अंतर्गत अधिक से अधिक स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्राथमिकता से आर्थिक लाभ दिलाने की बात कही। इसी प्रकार उन्होंने जाति प्रमाण पत्र, वनाधिकार पट्टा, आवास निर्माण सहित अन्य विभागीय योजनाओं का समीक्षा करते हुए योजना से वर्ग के सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश दिए।