बिलासपुर, 09 सितम्बर (नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रविवार को कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश स्तरीय "वोट चोर, गद्दी छोड़" आंदोलन का बिगुल फूंका। मंच से कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भाजपा सरकार और निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए और सड़कों से संसद तक आंदोलन तेज करने का ऐलान किया।
सचिन पायलट का तीखा हमला:
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा, "पहले CJI, पीएम और नेता प्रतिपक्ष आयोग के अध्यक्ष का चयन करते थे, अब पीएम और गृह मंत्री बहुमत से निर्णय ले रहे हैं। भाजपा चाहती है कि देश में सिर्फ उसकी विचारधारा बचे।"
उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 10 हजार स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सवाल उठाने पर मंदिर-मस्जिद की राजनीति शुरू कर दी जाती है। पायलट ने आरोप लगाया कि ED और CBI का इस्तेमाल विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हो रहा है। "पीएम बताएं, 11 साल में कितने BJP नेताओं पर छापे पड़े? क्या वे सभी साधु-संत हैं?" उन्होंने घोषणा की कि 14 सितंबर से रायगढ़ में गांधीवादी हस्ताक्षर अभियान शुरू होगा।
दीपक बैज की सरकार को चुनौती:
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, "न्यायधानी से मैं BJP सरकार को चुनौती देता हूं। तीन साल बाद सत्ता परिवर्तन के लिए तैयार रहें। यह सरकार भाजपा और निर्वाचन आयोग की मिलीभगत का परिणाम है।"
चरणदास महंत का दावा:
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि चुनाव में 44 विधानसभा सीटों पर वोटिंग रिकॉर्ड से छेड़छाड़ हुई।
"हमारी भूपेश बघेल सरकार को साजिशन हटाया गया। निर्वाचन आयोग आज BJP का एजेंट बन चुका है।"
भूपेश बघेल का मोदी सरकार पर वार:
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को घेरते हुए कहा,
"राहुल गांधी ने ATM बम फोड़ा है, अब हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे। बिजली, खाद और दारू महंगे हो गए, योजनाएं ठप हैं, जंगल कट रहे हैं। मोदी सरकार जनता की चिंता नहीं करती।"
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संविधान के रक्षक हैं और जनता के मुद्दों पर सबको बेनकाब कर रहे हैं।
टी एस सिंहदेव का बयान देश का निर्वाचन "आयोग अब भारत सरकार का निर्वाचन आयोग" हैं:
टी एस सिंहदेव अपने बयान में देश का निर्वाचन आयोग अब “भारत सरकार का निर्वाचन आयोग” दिख रहा है। पहले भाजपा मुख्यालय से तारीख आती है, बाद में आयोग घोषणा करता है। चुनाव तब शुरू होते हैं जब प्रधानमंत्री जी अपने सारे दौरे और फीते काट लेते हैं।
उन्होंने कहा जिसे होना चाहिए स्वतंत्र, वह भाजपा के कार्यालय से चुनाव की तारीखें तय करवा रहा है। जांच के माध्यम से अब यह स्थिति भी प्रमाणित हो गई है कि जहां पहले छिटपुट गड़बड़ियां होती थी वहां योजनाबद्ध तरीके से चुने हुए लोग जो इस काम में माहिर हैं वो अपने लोगों का नाम एक से ज्यादा जगह जोड़ रहें हैं। यही वोट चोरी है। इसे हमें मिल कर रोकना है - स्वस्थ लोकतंत्र के लिए, जन जन के अधिकार के लिए।