बालोद, 08 सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। बालोद जिले में प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहे कथित धर्मांतरण के मामलों पर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल सतर्कता के साथ साथ पुलिस प्रशासन भी सक्रियता से अब धर्मांतरण के जुड़े नेटवर्क पर हड़कम मचा हुआ हैं । ताजा मामला गुंडरदेही थाना क्षेत्र के चैनगंज-खलारी मार्ग स्थित एक घर में छापेमारी कर पुलिस ने 25 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। इनमें कई महिलाएं और पादरी भी शामिल रहे।
पूछताछ के बाद पुलिस ने शांति भंग की आशंका में 22 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। रविवार को सभी को एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया, जहां 8 लोगों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया गया है।
इनमें हरख राम मेश्राम, भागीरथी निषाद, बिरेन्द्र निषाद, ओंकार सोनकर, अगेश्वर निषाद, धनराज विश्वकर्मा, पीयूष चंद्राकर और टिकेश्वर मेश्राम का नाम शामिल है।
संगठनों का आरोप:
विहिप और बजरंग दल ने इस पूरे मामले को लेकर पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। संगठनों का कहना है कि जिले में घरों को चर्च का रूप दिया जा रहा है और अवैध प्रार्थना सभाओं के जरिए धर्मांतरण की कोशिश हो रही है।
माहुद बी क्षेत्र में हाल ही में हुई कार्रवाई के दौरान एक घर की दीवार पर चर्च का नाम भी लिखा मिला। संगठन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिले के कई क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
जिले में लगातार सामने आ रहे इन मामलों से पुलिस प्रशासन सतर्क है और अब धर्मांतरण के इस खेल पर पूरी तरह नकेल कसने की तैयारी कर रहा है।