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रायपुर, 05 सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव द्वारा रामगढ़ की पहाड़ियों के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखे गए पत्र के बाद भाजपा ने रामगढ़ पर्वत के अध्ययन के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति सात दिनों में अपनी रिपोर्ट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को सौंपेगी।
समिति में पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, विधायक रेणुका सिंह और भाजपा के महामंत्री अखिलेश सोनी को शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि 2 सितंबर को टी.एस. सिंहदेव ने छह पन्नों का एक विस्तृत पत्र मुख्यमंत्री को भेजा था। इसमें उन्होंने सरगुजा स्थित रामगढ़ की पहाड़ियों को पुरातात्विक, धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए इनके संरक्षण की मांग की थी। पत्र में उल्लेख किया गया कि इन पहाड़ियों को माता सीता और भगवान राम का निवास स्थान माना जाता है।
“खनन से बढ़ रहा खतरा”
सिंहदेव ने पत्र में कहा कि रामगढ़ पहाड़ी का प्राकृतिक, धार्मिक, पुरातात्विक और सामाजिक महत्व है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु राम, सीता और लक्ष्मण के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन लगातार खनन और मानव हस्तक्षेप के कारण पहाड़ी पर संकट मंडरा रहा है। चट्टानों के ढहने की घटनाएं सामने आ रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि एक बार यह नुकसान हो गया तो इसकी भरपाई संभव नहीं होगी।
कांग्रेस सरकार के समय रोका गया था खनन
सिंहदेव ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में खनन कार्य रोक दिया गया था। हाल ही में डीएफओ (DFO) ने दो अलग-अलग आदेश जारी किए, जिनमें क्षेत्र के कॉर्डिनेट्स भी अलग बताए गए। साथ ही, एनजीटी (NGT) और वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस इलाके को ‘नो-गो एरिया’ घोषित करने की सिफारिश की थी। पहाड़ के संरक्षण और संवर्धन को लेकर पहले भी एक समिति का गठन किया गया था।