कोरबा, 12 सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)।एसईसीएल दीपका क्षेत्र में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी कलिंगा के महाप्रबंधक और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हरदीबाजार के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि 11 सितंबर की रात करीब 9 बजे कंपनी के कुछ अधिकारी और कर्मचारी शराब के नशे में धुत्त होकर 30-40 लोगों के साथ गांव पहुंचे और ग्रामीणों को धमकाने की कोशिश की।
ग्रामीणों का आरोप है कि गाय के गले में पट्टा बांधने का बहाना बनाकर कंपनी प्रबंधन के लोग गांव में पहुंचे और वहां तनाव का माहौल बनाने का प्रयास किया।
गांव के सरपंच और अन्य प्रतिनिधियों का कहना है कि कंपनी के अधिकारी विकास दुबे और उसके बाउंसरों ने 12 सितंबर को तहसील हरदीबाजार में होने वाली भू-विस्थापितों की बैठक को बाधित करने के लिए यह रणनीति बनाई। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रबंधन जबरन मकानों और संपत्तियों का सर्वे कराने के लिए दबाव बना रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सब एसईसीएल दीपका प्रबंधन की जानकारी और स्वीकृति के बिना संभव नहीं है। उनका आरोप है कि खदान विस्तार और प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी तानाशाही रवैया अपना रही है और ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों को धमकाकर चुप कराने की कोशिश हो रही है।
स्थानीय निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि गांव में कलिंगा कंपनी के बाउंसरों को खुली छूट मिली हुई है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। उन्होंने प्रशासन और शासन से मांग की है कि कलिंगा कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और एसईसीएल दीपका प्रबंधन की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच हो।