सक्ती, 11 सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के बाराद्वार में गुरुवार को किसान विज्ञान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला में सक्ती, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ और कोरबा जिलों के किसानों ने भाग लिया। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने किसानों को खेती से जुड़ी नवीन तकनीक, दवाओं का सही उपयोग, मछली पालन, मशरूम उत्पादन और आय बढ़ाने के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी।
किसानों का कहना है कि इस सम्मेलन से उन्हें खेती को लेकर नई जानकारी मिली है, जिससे उनकी उपज और आय में वृद्धि होगी। पूर्व विधायक खिलावन साहू ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है, ऐसे आयोजन किसानों को जागरूक और सशक्त बनाते हैं।
प्राकृतिक आपदा में राहत का संकल्प:
वहीं दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ के बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिलों में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हो गया है। इस स्थिति को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) छत्तीसगढ़ की ओर से प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की गई। इसमें कपड़े, चादरें, बेडशीट और खाद्य सामग्री शामिल रही।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी प्रवीन क्रांति ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में संगठन किसानों और आम जनता के साथ है और जरूरत पड़ने पर हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
मौजूद रहे प्रमुख लोग:
राहत वितरण और सम्मेलन के दौरान संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष संजय पंत, प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा नरवाल, सह सचिव कमल कुशवाह, महासचिव तेजराम विद्रोही, बस्तर संभाग अध्यक्ष शिवा स्वर्णकार और कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र शर्मा सहित दंतेवाड़ा जिले के कार्यकर्ता शामिल रहे।