Sports- भारतीय क्रिकेट के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने गुरुवार, 4 सितंबर 2025 को सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। 42 वर्षीय मिश्रा ने अपने शानदार करियर में भारत के लिए 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले और कुल 156 विकेट अपने नाम किए।
मिश्रा ने 2003 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था, जहां उन्होंने अपने पांच ओवरों में 29 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
टेस्ट क्रिकेट में शानदार आगाज़
2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करते हुए मिश्रा ने धमाकेदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहली पारी में 5/71 के आंकड़े दर्ज किए और मैच में कुल 7/106 लेकर भारत को 320 रनों की बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। मिश्रा ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 फॉर्मेट में खेला, जहां उन्होंने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 1/23 के आंकड़े दर्ज किए।
आईपीएल में धमाल
मिश्रा आईपीएल इतिहास के सबसे सफल गेंदबाजों में गिने जाते हैं। उन्होंने 162 मैचों में 174 विकेट लिए और टूर्नामेंट में आठवें सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। खास बात यह है कि वह आईपीएल में तीन बार हैट्रिक लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं (2008, 2011, 2013)।
भावुक विदाई संदेश
संन्यास की घोषणा करते हुए मिश्रा ने सोशल मीडिया पर लिखा:
"आज 25 साल के क्रिकेट करियर के बाद मैं इस खेल से विदा ले रहा हूं। क्रिकेट मेरा पहला प्यार, मेरा शिक्षक और मेरी सबसे बड़ी खुशी रहा है। इस सफर में मुझे गर्व, कठिनाइयां, सीख और प्यार के अनगिनत पल मिले। बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, कोचों, साथी खिलाड़ियों और प्रशंसकों का दिल से धन्यवाद। परिवार और दोस्तों के बिना यह सफर इतना खास नहीं होता। अब मैं क्रिकेट को कुछ लौटाना चाहता हूं, जिसने मुझे वह बनाया जो मैं आज हूं।"
टीम इंडिया में योगदान
मिश्रा 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजेता टीम के अहम सदस्य रहे। इसके अलावा, 2014 टी20 विश्व कप में उन्होंने 10 विकेट लेकर भारत को फाइनल तक पहुंचाया। 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में उन्होंने 18 विकेट लेकर जवागल श्रीनाथ के रिकॉर्ड की बराबरी भी की।
आखिरी मैच और आगे का सफर
आईपीएल 2024 में मिश्रा ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए आखिरी मैच खेला, लेकिन 2025 की नीलामी में उन्हें कोई टीम नहीं मिली। अब देखना यह होगा कि वह विदेशी लीग्स में खेल जारी रखेंगे या पूरी तरह क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।