बलौदा बाजार में सूदखोरी का आतंक: कर्ज के जाल में फंसा परिवार, पुलिस से भी नहीं मिला न्याय

 



बलौदाबाजार, 04सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में सूदखोरी का काला कारोबार लगातार बेकाबू होता जा रहा है। पुरानी बस्ती निवासी हेमंत कुमार कन्नौजे और उनकी पत्नी महीनों से अवैध वसूली और धमकियों का सामना कर रहे हैं।


गाड़ी की किस्त चुकाने के लिए शुरू में ली गई मामूली रकम अब परिवार के लिए अभिशाप बन चुकी है। शुरुआत में 15 दिन और महीने के हिसाब से वसूला जाने वाला ब्याज अब सप्ताहिक 10 प्रतिशत तक पहुंच गया। पीड़ित दंपति का कहना है कि वे अब तक मूलधन से कई गुना रकम लौटा चुके हैं, फिर भी कर्ज का बोझ खत्म होने का नाम नहीं ले रहा।


हेमंत का आरोप है कि सूदखोर हेमलाल सिन्हा और उनकी पत्नी पिंकी सिन्हा लगातार गाली-गलौच कर रहे हैं। कोरे चेक, कोरे स्टांप जबरन ले लिए गए हैं और गाड़ी छीनने तक की धमकी दी जा रही है। इतना ही नहीं, गुंडों के जरिए उनके परिवार और दोस्तों को भी डराया-धमकाया जा रहा है। हालत यह है कि पिछले डेढ़ साल से उनके बच्चे की स्कूल फीस तक नहीं चुकाई जा सकी।

पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन पत्र


पुलिस की कार्रवाई पर सवाल


पीड़ित दंपति ने एसपी कार्यालय तक गुहार लगाई, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। पुलिस ने इस गंभीर मामले को “लेन-देन का विवाद” कहकर दरकिनार कर दिया। सवाल उठता है कि जब सूदखोर मूलधन से कई गुना रकम वसूल चुके हैं, फिर भी धमकी और उत्पीड़न क्यों जारी है?


क्या सूदखोरों के दबाव में पुलिस भी आंखें मूंदे हुए है? या फिर इस अवैध कारोबार में कहीं न कहीं पुलिस की भी मिलीभगत है?


न्याय की आस में भटक रहा परिवार


न्याय की उम्मीद में दर-दर भटक रहा यह परिवार अब तक कहीं से भी मदद नहीं पा सका है। जब तक इस काले कारोबार पर कठोर कार्रवाई नहीं होती, तब तक न जाने कितने और परिवार सूदखोरों के इस जाल में फंसकर बर्बाद होते रहेंगे।