कुसमुंडा में महिलाओं का फूटा गुस्सा: SECL मुख्यालय पर तालाबंदी, मुआवज़ा और रोजगार की मांग को लेकर हंगामा

 




कोरबा, 08 सितम्बर 2025(नवचेतना न्यूज़ छत्तीसगढ़)।  जिले के कुसमुंडा क्षेत्र की महिलाओं ने सोमवार को एसईसीएल (SECL) प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अचानक किए गए इस प्रदर्शन में महिलाओं ने एसईसीएल के मुख्यमहाप्रबंधक कार्यालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। धरना स्थल पर चारपाई और बर्तन रखकर महिलाएं जमकर नारेबाजी करती रहीं।


महिलाओं का आरोप है कि खदान विस्तार के नाम पर उनकी पुश्तैनी जमीन अधिग्रहित कर ली गई, लेकिन इसके बदले न तो नौकरी दी गई और न ही कोई वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराया गया। इससे कई परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं।


प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पटवारी और प्रबंधन पर मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी तीन पीढ़ियों से चली आ रही जमीन किसी मेघनाथ नामक व्यक्ति को बसावट के लिए दे दी गई। आपत्ति जताने पर उन्हें एसईसीएल प्रबंधन से सीधे भिड़ने की धमकी दी गई। महिलाओं ने कहा कि आज तक न तो उन्हें उचित मुआवजा मिला है और न ही पुनर्वास की सुविधा दी गई है।



धरनास्थल पर मौजूद महिलाओं ने साफ चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को लिखित रूप से स्वीकार नहीं किया जाता, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। अगर प्रबंधन ने अनदेखी की, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा, जिसमें पुरुष और अन्य ग्रामीण भी शामिल होंगे।


महिलाओं के अचानक विरोध और तालाबंदी से प्रबंधन सकते में है। मुख्यालय के अंदर-बाहर आने-जाने वाले अधिकारी और कर्मचारी असहज नजर आए। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है।